हिंदी कहानी सुनाओ
हमें भगवान के दिए इन उपहारों का सम्मान करना चाहिए और जितना है उतने में ही खुश रहना चाहिए।”
इसकी मेहनत का परिणाम यह सुंदर घौसला हैं.
महात्मा जी ने कहा हम लोग भूमि से पूछकर निर्णय करते हैं. यह कहकर उन्होंने अपने कान भूमि के साथ लगाया, मानों कुछ सुनने का प्रयत्न कर रहे हो.
अगली सुबह, जब सख्त पड़ोसी उठा, तो उसने पाया कि उसके सारे पौधे उखड़ गए और बर्बाद हो गए। वहीं, जब दूसरा पड़ोसी उठा, तो उसने पाया कि उसके पौधे अभी भी मिट्टी में मजबूती से लगे हुए हैं, इतने तूफान के बावजूद।
वहां जाकर बोले- मान्यवर ! हम दोनों ही आपकी सन्तान हैं बताइए कि हम दोनों में बुद्धि में बड़ा कौन हैं.
क्योंकि परीक्षा के बाद उन्हें सभी वस्तुएं उनकें मालिक को वापिस करनी थी.
पहला- मेरा मन तो मीठी चीज खाने को कर रहा हैं.
पर खेत का मालिक नही माना, कुछ देर बाद गायों का एक झुण्ड आया. कुरज ने वैसे ही करुण स्वर में विनती की-
एक खरगोश भासुरक के पास जाकर उसे बुला लाए, मै स्वय निबट लूँगा. हममे से जो बलशाली होगा, वही इस जंगल का राजा होगा.
देखि सुदामा की दीन दशा करुना करिकै करुणानिधि रोए
एक दिन उसने ज्वार के पौधे-पौधे पर गुड़ का लेप कर दिया.
प्रेरणादायक हिंदी कहानियाँ सत्य भी हो सकती हैं, और काल्पनिक भी. मगर उसका ज्ञान तो बहुमूल्य होता हैं,
मंत्री ने स्वप्न बताने से इनकार कर दिया. राजा ने क्रोधित होकर मंत्री को कैद में डाल दिया.
राजा ने उस मंत्री को बुलाकर पूछा मंत्रीजी आपने बहुत समय पहले सेठजी के यहाँ क्या स्वप्न देखा था.